वेग स्थिरांक का मात्रक/इकाइयां
रासायनिक अभिक्रियाएं प्राथमिक जटिल प्रकार की हो सकती है
प्राथमिक अभिक्रियाएं या सरल अभिक्रियाएं – वे अभिक्रियाएं जो एक पद में पूर्ण होती है उन्हें प्राथमिक अभिक्रियाएं कहते हैं।
जटिल अभिक्रियाएं – वे अभिक्रियाएं जो एक से अधिक पदों में पूर्ण होती है उन्हें जटिल अभिक्रियाएं कहते हैं।
उदाहरण – क्षारिय माध्यम में हाइड्रोजन पराक्साइड का आयोडाइड आयनों की उपस्थिति में अपघटन
इस प्रकार की अभिक्रिया में सबसे धीमा पद ही वेग निर्धारक पद होता है तथा उस पद में भाग लेने वाले अणुओं, परमाणु या आयनों की संख्या को ही अभिक्रिया की कोटि कहा जाता है।
रासायनिक अभिक्रिया की आण्विकता या अणुसंख्यता – रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले क्रिया कारकों के अणु या परमाणु या आयनों की कुल संख्या को अभिक्रिया की आण्विकता या अणुसंख्यता कहते हैं।
अभिक्रिया की कोटि एवं आण्विकता या अणुसंख्यता में अंतर
क्र.स. |
अभिक्रिया की कोटि |
आण्विकता या अणुसंख्यता |
1 |
अभिकारक अणुओं की वह संख्या जिनकी सांद्रता में अभिक्रिया के दौरान परिवर्तन होता है वह अभिक्रिया की कोटि कहलाती है। |
रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले अभिकारक अणुओं की कुल संख्या को अभिक्रिया की आण्विकता कहते हैं। |
2 |
अभिक्रिया की कोटि प्रयोग द्वारा निर्धारित होती है। |
किसी संतुलित रासायनिक समीकरण को देखकर अभिक्रिया की आण्विकता का पता चलता है। |
3 |
अभिक्रिया की कोटि शून्य या भिन्न में हो सकती है। |
अभिक्रिया की आण्विकता शून्य या भिन्न में नहीं हो सकती है। |
4 |
कोटि प्राथमिक और जटिल अभिक्रियाओं पर लागू होती है । |
आण्विकता केवल प्राथमिक अभिक्रियाओं पर लागू जटिल अभिक्रियाओं की आण्विकता का कोई अर्थ नही होता है । |
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