
क्रिस्टल क्षेत्र सिद्धांत प्रतिपादनकर्ता – हंस बेथे के द्वारा विकसित एवं 1930 के दशक में जोन हैस्ब्रुक वैन वेलेक VBT की कमियों को दूर करने के लिए इन वैज्ञानिकों ने CFT सिद्धांत का प्रतिपादन किया। यह सिद्धांत लिगेंड को अधिक Read More …
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क्रिस्टल क्षेत्र सिद्धांत प्रतिपादनकर्ता – हंस बेथे के द्वारा विकसित एवं 1930 के दशक में जोन हैस्ब्रुक वैन वेलेक VBT की कमियों को दूर करने के लिए इन वैज्ञानिकों ने CFT सिद्धांत का प्रतिपादन किया। यह सिद्धांत लिगेंड को अधिक Read More …
उपसहसंयोजन यौगिकों में आबंधन संयोजकता बंध सिद्धांत (VBT) – प्रतिपादनकर्ता – पोलिंग यह सिद्धांत संकुलो की ज्यामिति तथा उसके चुम्बकीय गुणों की व्याख्या करता है। संक्रमण धातु अपनी ऑक्सीकरण अवस्था के अनुसार इलेक्ट्रॉन त्याग कर धनायन में परिवर्तित हो जाता Read More …
उपसहसंयोजन यौगिक त्रिविम समावयवता उपसहसंयोजन संख्या चार वाले संकुलो में वर्गाकार समतलीय ज्यामिति के संकुल यौगिक ज्यामितीय समावयवता व्यक्त करते है लेकिन चतुष्फलकीय ज्यामिति के संकुल यौगिक ज्यामितीय समावयवता प्रदर्शित नही करते है क्योंकि इसमें चारो स्थितियां एक जैसी होने Read More …
उपसहसंयोजक यौगिकों में समावयवता समावयवता – ऐसे यौगिक जिनके अणुसुत्र समान हो लेकिन भौतिक एवं रासायनिक गुणों में भिन्नता हो उन्हें समावयवी यौगिक तथा इस गुण को समावयवता कहते है। सरंचनात्मक समावयवता आयनन समावयवता – इस प्रकार की समावयवता में Read More …
उपसहसंयोजक यौगिक IUPAC नामकरण नियम – 1 किसी संकुल यौगिक के वर्गाकार कोष्ठक के बाएँ भाग में उपस्थित आयनन क्षेत्र के आयन का सामान्य नाम लिखा जाता है तथा संख्या में 2,3,4, होने पर डाई ,ट्राई , टेट्रा शब्दों का Read More …
आवेशित लिगेंड का वर्गीकरण ऋणायनिक लिगेंड – – ऋणायनिक लिगेंडो के अंत में आईट, ऐट,व ई आदि शब्द आते है तो उन्हें हटाकर नाम के अंत में (IDO) इडो अर्थात ‘O’ लगाते है। क्र.स. लिगेंड आवेश सामान्य नाम IUPAC नाम Read More …
लिगेंड का वर्गीकरण एकांकी इलेक्ट्रॉन युग्म त्यागने के आधार पर 1.एकदंतुक लिगेंड – वे लिगेंड जो केवल एक एकांकी इलेक्ट्रॉन युग्म प्रदान करते है एकदंतुक लिगेंड कहलाते है। NH3 , H2O ,NO ,CO ,NO+ ,C5H5N ,CN– ,Cl– , SO42- , Read More …
उपसहसंयोजक यौगिक महत्वपूर्ण बिंदु 1.लिगेंड उदासीन परमाणु या आयन (धनायन या ऋणायन) जो केन्द्रीय धातु परमाणु को एकांकी इलेक्ट्रोन युग्म प्रदान करते है लिगेंड कहलाते है सभी लिगेंड लुईस क्षार होते है। 2.समन्वय संख्या या उपसहसंयोजन संख्या केन्द्रीय धातु परमाणु Read More …
वर्नर सिद्धांत संकुल सरंचना प्राथमिक संयोजकताओ को बिंदुदार रेखाओं से प्रदर्शित करते हैं। (——————) द्वितीयक संयोजकताओ को ठोस रेखाओं से प्रदर्शित करते हैं। (──────) CoCl3 +NH3 का विलयन 1.[Co(NH3)6]Cl3 Read More …
उपसहसंयोजक यौगिक वर्नर सिद्धांत संकुल यौगिकों का अध्ययन सर्वप्रथम अल्फ्रेंड वर्नर (1866-1919) ने CoCl3 तथा NH3 की क्रिया द्वारा विभिन्न यौगिक प्राप्त किए गए। यौगिक रंग CoCl3.6NH3 नारंगी पीला CoCl3.5NH3.H2O गुलाबी CoCl3.5NH3 बैंगनी नील लोहित CoCl3.4NH3 बैंगनी CoCl3.3NH3 हरा Read More …
लवण एवं उनके प्रकार वे यौगिक जिनमें केंद्रीय धातु प्रमाण या आयन या उदासीन अणुओ के साथ उपसहसंयोजक बंध द्वारा बंधित होते हैं उपसहसंयोजक यौगिक कहलाते हैं। अकार्बनिक लवणों को मुख्यतः तीन श्रेणियों में विभक्त किया गया है। साधारण लवण Read More …
उपसहसंयोजक या संकुल यौगिक साधारण लवण, द्विक लवण ,संकुल यौगिक संकुल यौगिकों का वर्नर सिद्धांत वर्नर सिद्धांत के अनुसार संकुल यौगिकों की सरंचना संकुल यौगिकों से सम्बंधित महत्वपूर्ण बिंदु लिगेंड का वर्गीकरण आवेश के आधार पर लिगेंड का वर्गीकरण संकुल Read More …