उपसहसंयोजक यौगिक

उपसहसंयोजक या संकुल यौगिक

  1. साधारण लवण, द्विक लवण ,संकुल यौगिक

  2. संकुल यौगिकों का वर्नर सिद्धांत  

  3. वर्नर सिद्धांत के अनुसार संकुल यौगिकों की सरंचना 

  4. संकुल यौगिकों से सम्बंधित महत्वपूर्ण बिंदु

  5. लिगेंड का वर्गीकरण

  6. आवेश के आधार पर लिगेंड का वर्गीकरण

  7. संकुल यौगिकों का IUPAC नामकरण

  8. संकुल यौगिकों में सरंचनात्मक समावयवता

  9. उपसहसंयोजन यौगिकों में ज्यामितीय एवं ध्रुवण समावयवता 

  10. उपसहसंयोजक यौगिकों में आबंधन (संयोजकता बंध सिद्धांत – VBT) 

  11. उपसहसंयोजन यौगिकों में आबंधन (क्रिस्टल क्षेत्र सिद्धांत – CFT)

  12. धातु कार्बोनिल में आबंधन एवं संकुल यौगिकों का महत्त्व 

 

 

 

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