त्रिविमीय निबिड़ संकुलन
द्विविमीय निबिड़ संकुलित परतो को एक के ऊपर एक व्यवस्थित करके यह सरंचना बनाई जाती है l
द्विविमीय वर्गाकार निबिड़ संकुलित परतो से निबिड़ संकुलन — द्विविमीय वर्गाकार निबिड़ संकुलित परतो को एक के ऊपर एक व्यवस्थित करके त्रिविमीय संकुलन सरंचना बनाई जाती है यदि एक परत को A नाम दे क्योंकि सभी परते ऐसी ही है अतः इसे AAA………. प्रकार का पैटर्न कहेंगे यदि स्पर्श करते हुए निकटवर्ती गोलों के केन्द्रो के मिलाया जाए तो घन बनता है अतः इसे त्रिविमीय घनीय संकुलन कहते है इसके जालक को घनीय जालक कहते है l
द्विविमीय षट्कोणीय निबिड़ संकुलित परतो से निबिड़ संकुलन — द्विविमीय षट्कोणीय निबिड़ संकुलित परतो को एक के ऊपर एक व्यवस्थित करके त्रिविमीय संकुलन सरंचना बनती है जब एक द्विविमीय षट्कोणीय निबिड़ संकुलित परत पर दूसरी परत रखते हैं तो इसकी आधी त्रिकोणीय रिक्तिकाए ऊपरी परत के गोलों से ढक जाती हैं तथा आधी रिक्तिकाए नहीं ढकती हैं जो त्रिकोणीय रिक्तिकाए ऊपरी परत के गोलों से ढक जाती है वहां चतुष्फलकीय रिक्तिका बनती है जो चार गोलों से घिरी रहती है निचली परत की जो रिक्तिकाए ऊपर से नहीं ढकती हैं वह 6 गोलों से घिरी रहती है और उन्हें अष्टफलकीय रिक्तिकाए कहते हैं l
NOTE = चतुष्फलकीय रिक्तिकाओं की संख्या अष्टफलकीय रिक्तिकाओं से दोगुनी होती है
यदि निबिड़ संकुलित गोलों की संख्या N हो तो
अष्टफलकीय रिक्तिकाओं की संख्या = N,
चतुष्फलकीय रिक्तिकाओं की संख्या = 2N