सक्रियण ऊर्जा ज्ञात करना
आर्रेनियस समीकरण से सक्रियण ऊर्जा (Ea) ज्ञात करना या दो भिन्न तापों पर वेग स्थिरांको में सम्बन्ध स्थापित करना
Q.परम ताप 298k में 10k की वृद्धि करने पर अभिक्रिया का वेग दुगुना हो जाता है इस अभिक्रिया के लिए Ea की गणना कीजिये
Q.किसी अभिक्रिया के लिए ताप गुणांक = 2 है तो अभिक्रिया की सक्रियण ऊर्जा ज्ञात करो ?
रासायनिक अभिक्रिया का टक्कर सिद्धांत
प्रतिपादनकर्ता – मेक्स ट्राउटज एवं विलियम लुईस
A+B → उत्पाद
इस सिद्धांत के आधार पर भी ज्ञात किए गए वेग नियतांक के मान सरल अणुओं वाली अभिक्रिया के लिए सही आते हैं लेकिन जटिल अभिक्रिया के लिए सही नहीं आते हैं। इसलिए यह बताया गया है कि अभिकारकों के अणुओं का टकराना ही काफी नहीं है बल्कि टक्करें सही अभिविन्यास में होनी चाहिए।
उदाहरण – एल्किल हैलाइड की नाभिक स्नेही प्रतिस्थापन अभिक्रिया
इस प्रकार सही अभिविन्यास को वेग नियतांक के सूत्र में प्रयुक्त करने के लिए वेग नियतांक के मान को प्रायिकता गुणांक या अभिविन्यास गुणांक (P) से गुणा किया जाता है।
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