गिब्ज उर्जा का परिकलन

गिब्ज उर्जा का परिकलन

विद्युत रासायनिक सेल की गिब्ज उर्जा का परिकलन

विद्युत रासायनिक सेल (गैल्वेनिक सेल ) से अधिकतम कार्य प्राप्त करने के लिए हमें आवेश का प्रवाह उत्क्रमणीय करना होगा एक गैल्वेनिक सेल के द्वारा किया गया कार्य

गिब्ज उर्जा का परिकलन

Q. AgNO3  के विलयन कों कॉपर के पात्र में नही रख सकते है क्यों ?

ANS. Cu का मानक अपचयन विभव(0.34 VOLT) Ag  के मानक अपचयन विभव (0.80 VOLT) से कम होता है इस कारण Cu धातु Ag+ आयनों कों विलयन से Ag में अपचयित कर देती है इसी कारण AgNO3 कों Cu के पात्र में नहीं रख सकते है। इसमें कॉपर धातु एनोड तथा सिल्वर धातु कैथोड का कार्य करती है। अर्थात कॉपर का ऑक्सीकरण तथा सिल्वर का अपचयन होगा

Cu (s) + 2Ag+ (ag)  → Cu+2 (ag) + 2Ag (s)

गिब्ज उर्जा का परिकलन

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