f ब्लॉक के तत्व
एक्टिनाइड
परमाणु क्रमांक (90-103) के तत्वों को एक्टिनाइड करते हैं एक्टिनाइड तत्व एक्टिनियम (Ac) के बाद आते हैं इसलिए इन्हें एक्टिनाइड तत्व कहते हैं एक्टिनाइड तत्वों को एक्टिनॉन (An) भी कहते हैं सभी एक्टिनॉन रेडियो एक्टिव है तथा यूरेनियम के बाद के सभी तत्व कृत्रिम तथा अस्थाई है अतः U(92) के बाद के तत्वों को परा-यूरेनियम तत्व भी कहते हैं ।
गुण :-
- इलेक्ट्रॉनिक विन्यास
इनके बाहरी कोश का सामान्य इलेक्ट्रॉनिक विन्यास (n-2)f0-14 (n-1)d0-2 ns2 अर्थात 5d0-14 6d0-2 7S2 प्रकार का होता है ।
क्र.स. | परमाणु क्रमांक | नाम | संकेत | इलेक्ट्रोनिक विन्यास | ऑक्सीकरण अवस्था |
0 | 89 | एक्टिनियम | Ac | 5f0,6d1,7s2 | +3 |
1 | 90 | थोरीयम | Th | 5f0,6d2,7s2 | +4 |
2 | 91 | प्रोटेक्टिनियम | Pa | 5f2,6d1,7s2 | +3,+4,+5 |
3 | 92 | यूरेनियम | U | 5f3,6d1,7s2 | +3,+4,+5,+6 |
4 | 93 | नेप्टूनियम | Np | 5f4,6d1,7s2 | +3,+4,+5,+6,+7 |
5 | 94 | प्लूटोनियम | Pu | 5f6,6d0,7s2 | +3,+4,+5,+6,+7 |
6 | 95 | एमेरिशियम | Am | 5f7,6d0,7s2 | +3,+4,+5,+6 |
7 | 96 | क्युरियम | Cm | 5f7,6d1,7s2 | +3,+4 |
8 | 97 | बर्केलियम | Bk | 5f9,6d0,7s2 | +3,+4 |
9 | 98 | केलिफोर्नियम | Cf | 5f10,6d0,7s2 | +3 |
10 | 99 | आइंस्टाइनियम | Es | 5f11,6d0,7s2 | +3 |
11 | 100 | फर्मियम | Fm | 5f12,6d0,7s2 | +3 |
12 | 101 | मेण्डेलीवियम | Md | 5f13,6d0,7s2 | +3 |
13 | 102 | नोबेलियम | No | 5f14,6d0,7s2 | +3 |
14 | 103 | लोरेंशियम | Lr | 5f14,6d1,7s2 | +3 |
- परमाणु आकार
एक्टिनाइड तत्वों में बाएं से दाएं चलने पर लैंथेनाइड तत्वों की तरह कमी होती है इसे एक्टिनाइड संकुचन करते हैं लैंथेनाइड संकुचन की तुलना में एक तत्व से दूसरे तत्व के बीच एक्टिनाइड संकुचन हो अधिक होता है क्योंकि 5f इलेक्ट्रॉन में 4f इलेक्ट्रॉन की तुलना में परीरक्षण प्रभाव बहुत कम होता है अतः एक्टिनाइड संकुचन अधिक होता है ।
- ऑक्सीकरण अवस्था
इनकी सामान्य ऑक्सीकरण अवस्था +3 होती है तथा असामान्य ऑक्सीकरण अवस्थाएं +4,+5,+6,+7 होती है ।
- सामान्य लक्षण
- ये सभी तत्व चांदी की तरह सफेद होते हैं ।
- यह अधिक क्रियाशील होते हैं ।
- HCl अम्ल सभी धातुओं को प्रभावित करता है परंतु HNO3 कम प्रभावित करता है क्योंकि इन धातुओं पर ऑक्साइड की रक्षात्मक परत बन जाती है एक्टिनाइड (An) पर क्षारों का कोई प्रभाव नहीं होता है ।
लैंथेनाइड व एक्टिनाइड में समानताएं
- दोनों श्रेणी के तत्वों का अंतिम इलेक्ट्रॉन f-उपकोश में प्रवेश करता है तथा दोनों श्रेणी के तत्वों के तीन बाहरी कोश अपूर्ण होते हैं ।
- दोनों श्रेणी की सामान्य ऑक्सीकरण अवस्था +3 होती है ।
- दोनों श्रेणी के तत्वों मे परमाणु आकार में कमी होती है अर्थात लैंथेनाइड व एक्टिनाइड संकुचन प्रदर्शित करते हैं ।
- दोनों श्रेणी के तत्त्व अधिक विद्युत धनी होते है ।
- दोनों के धनायन जिनमें इलेक्ट्रॉन होते हैं रंगीन व अनुचुम्बकीय प्रकृति के होते हैं ।
लैंथेनाइड व एक्टिनाइड में असमानताएं | |
लैंथेनाइड (Ln) | एक्टिनाइड (An) |
प्रोमिथियम के अलावा कोई भी तत्व रेडियो एक्टिव नहीं है । | सभी तत्व रेडियो एक्टिव होते हैं । |
सामान्य ऑक्सीकरण अवस्था +3 के अतिरिक्त +2 व +4 भी प्रदर्शित करते हैं । |
सामान्य ऑक्सीकरण अवस्था +3 के अतिरिक्त +4,+5,+6,+7 भी प्रदर्शित करते हैं । |
ये ऑक्सो धनायन नही बनाते है । |
ये ऑक्सो धनायन बनाते है ।जैसे – VO2+ ,PuO2+ |
संकुल बनाने की प्रवृत्ति कम होती है । |
संकुल बनाने की प्रवृत्ति अधिक होती है । |
1 Comment