कोलराउश नियम इसके अनुप्रयोग
कोलराउश का नियम
इस नियम के अनुसार किसी विद्युत अपघट्य की सीमांत मोलर चालकता उसके द्वारा प्रदान किए गए अलग-अलग आयनों की सीमांत मोलर चालकता के योग के बराबर होती है ।
कोलराउश नियम के अनुप्रयोग
(1) इस नियम की सहायता से किसी विद्युत अपघटन में आयनों की सीमांत मोलर चालकताओं से अपघट्य की सीमांत मोलर चालकता ज्ञात कर सकते हैं ।
(2) एसिटिक अम्ल (CH3COOH) जैसे दुर्बल विद्युत अपघट्यों (अम्लों) के लिए भी वियोजन स्थिरांक α मान ज्ञात कर सकते है यदि ʎm व ʎ0m ज्ञात हो
NOTE— किसी भी सांद्रता पर वियोजन की मात्रा α , मोलर चालकता ʎm व सीमांत मोलर चालकता ʎ0m में निम्न सम्बन्ध होता है।
दुर्बल विधुत अपघट्य के विलयन की अनंत तनुता पर सीमांत मोलर चालकता (ʎ0m) ज्ञात करना
Q.CH3COOH की सीमांत मोलर चालकता ज्ञात करो इसके लिए आपको CH3COOH ,HCl ,NaCl ( प्रबल विधुत अपघट्य ) की अन्नत तनुता पर सीमांत मोलर चालकता के मान दिए गए है।Q. NH4Cl ,NaOH तथा NaCl के लिए सीमांत मोलर चालकताओं के मान क्रमशः 140 ,245.5 तथा 125.8 S cm2 mol-1 हो तो NH4OH की सीमांत मोलर चालकता ज्ञात कीजिये ?
Q. Ca3(PO4)2 की अनंत तनुता पर सीमांत मोलर चालकता का मान हो तो Ca+2 आयन सीमांत मोलर आयनिक चालकता की ज्ञात करो यदि ʎ0m – PO4 -3 = 160 S cm2 mol-1
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