नाइट्रोजन के ऑक्साइड

नाइट्रोजन के ऑक्साइड N2O (ऑक्सीकरण अंक = +1) डाई नाइट्रोजन ऑक्साइड विधि – NH4NO3 → N2O + 2H2O NO (ऑक्सीकरण अंक = +2) नाइट्रोजन मोनो ऑक्साइड विधि – 2NaNO2 + 2FeSO4 + 3H2SO4 → Fe­2(SO4)3 + 2NaHSO4 + 2NO + Read More …

नाइट्रिकअम्ल शोरे का तेजाब

नाइट्रिकअम्ल शोरे का तेजाब नाइट्रिकअम्ल शोरे का तेजाब – बनाने की विधियां –  1.ओस्टवाल्ड प्रक्रम2. पोटेशियम नाइट्रेट द्वारा नाइट्रिक अम्ल के गुण   रंगहीन प्रबल अम्ल, त्वचा पर गिरने पर त्वचा को जला देता है । जलीय विलयन में प्रबल अम्ल Read More …

अमोनिया बनाने की विधि

अमोनिया बनाने की विधि अमोनिया बनाने की विधि –  यूरिया द्वारा 2. अमोनियम क्लोराइड तथा कैल्शियम हाइड्रोक्साइड द्वारा 3. औद्योगिक स्तर ( हेबर विधि) – ला-शातेलिए नियमानुसार उच्च दाब NH3 बनाने में सहायक अतः दाब 200 वा.दाब रखा जाता है। Read More …

डाइनाइट्रोजन बनाने की सामान्यविधियां

डाइनाइट्रोजन बनाने की सामान्यविधियां डाइनाइट्रोजन बनाने की सामान्यविधियां नोट – नाइट्रोजन की उच्च बंध एंथैल्पी के कारण यह कमरे के ताप पर कम क्रियाशील होता है। रासायनिक गुण उपयोग:- अक्रिय विलायक अमोनिया उत्पादन में प्रशीतक के रूप में

वर्ग 15 के तत्त्व

वर्ग 15 के तत्त्व वर्ग 15 के तत्त्व – वर्ग 15 के तत्वों को “निकोजन्स” कहा जाता है यह एक ग्रीक भाषा का शब्द है जिसका अर्थ होता है “दम घोंटने वाले” N , P , As , Sb , Read More …

p-ब्लॉक के तत्त्व

वर्ग 15 के तत्त्व (नाइट्रोजन का असामान्य व्यव्हार) डाई नाइट्रोजन बनाने की सामान्य विधियां एवं रासायनिक गुण  अमोनिया बनाने की विधि , रासायनिक गुण , उपयोग  नाइट्रिक अम्ल (शोरे का तेजाब) ,रासायनिक गुण , नाइट्रोजन के ओक्सो अम्ल , भूरी Read More …

विद्युत कण संचलन

विद्युत कण संचलन 6.विद्युत कण संचलन – यदि कोलाइडी विलयन को U आकार की नली में भरकर नली के दोनों सिरों पर विपरीत आवेशित दो इलेक्ट्रोड लगा दिए जाएं तथा विद्युत धारा प्रवाहित की जाए तो सभी कोलाइडी कण विपरीत Read More …

कोलाइडी विलयनों के गुण

कोलाइडी विलयनों के गुण कोलाइडी विलयनों के गुण कोलाइडो के अणुसंख्य गुणधर्म कोलाइडी विलयन में कोलाइडी कणों की संख्या वास्तविक विलयन की तुलना में कम होती है वाष्प दाब में आपेक्षिक अवनमन, क्वथनांक में उन्नयन, परासरण एवं परासरण दाब आदि Read More …

कोलाइडो का शुद्धिकरण

कोलाइडो का शुद्धिकरण कोलाइडो का शुद्धिकरण थोड़ी सी मात्रा में विद्युत अपघट्य कोलाइडो को स्थाई बनाता है लेकिन उससे अधिक मात्रा में उपस्थित होने पर कोलाइड अशुद्ध हो जाता है इसके अलावा कोलाइड में कुछ घुलनशील विलय पदार्थ की भी Read More …

कोलाइड निर्माण

कोलाइड निर्माण कोलाइड निर्माण रासायनिक विधियां इस विधि में पदार्थों के बीच रासायनिक क्रिया जैसे – ऑक्सीकरण ,अपचयन, जल अपघटन आदि करवा कर कोलाइडी सॉल तैयार करते हैं। ब्रेडिंग आर्क विधि (विधुतीय परिक्षेपण विधि) [Electrical dispersion method] इस विधि के Read More …

कोलाइडो का वर्गीकरण

कोलाइडो का वर्गीकरण कोलाइडो का वर्गीकरण – परिक्षिप्त प्रावस्था व परिक्षेपण माध्यम की भौतिक अवस्था के आधार पर इस आधार पर कोलाइडी विलयन आठ प्रकार के होते हैं। क्र. सं. परिक्षिप्त प्रावस्था परिक्षेपण माध्यम कोलाइड उदाहरण 1 ठोस ठोस ठोस Read More …

एंजाइम उत्प्रेरण

एंजाइम उत्प्रेरण ये उच्च  अणुभार वाले प्रोटीन के अणु होते हैं ये जीव जंतुओं के शरीर में बनते हैं तथा जल में घुल कर कोलाइडी विलयन बनाते हैं ये जीवो के शरीर में होने वाली जैव रासायनिक अभिक्रियाओं को उत्प्रेरित Read More …

उत्प्रेरण के प्रकार

उत्प्रेरण के प्रकार उत्प्रेरण के प्रकार – 1.समांगी उत्प्रेरण 2. विषमांगी उत्प्रेरण 1.समांगी उत्प्रेरण उत्प्रेरण की क्रिया में जब अभिकारकों और उत्प्रेरक की भौतिक अवस्था (द्रव्य या गैस) समान हो उदाहरण —2.विषमांगी उत्प्रेरण जब उत्प्रेरण की क्रिया में अभिकारकों और उत्प्रेरक Read More …

अधिशोषण के अनुप्रयोग

अधिशोषण के अनुप्रयोग अधिशोषण के अनुप्रयोग उच्च कोटि का निर्वात उत्पन्न करने में – निर्वातीत नली में से वायु को निर्वातीत पंप के द्वारा निकाले जाने के पश्चात बहुत कम मात्रा में बची वायु को चारकोल जैसे अधिशोषक की सहायता Read More …

अधिशोषण के प्रकार

अधिशोषण के प्रकार 1.भौतिक अधिशोषण – वह अधिशोषण जिसमें अधिशोषक एवं अधिशोष्य पदार्थों के मध्य दुर्बल वांडरवाल्स बंध पाया जाता है। 2.रासायनिक अधिशोषण – वह अधिशोषण जिसमें अधिशोषक एवं अधिशोष्य पदार्थों के मध्य रासायनिक बंध बनता है। भौतिक अधिशोषण एवं Read More …

अधिशोषण कारण व क्रियाविधि

अधिशोषण कारण व क्रियाविधि पृष्ठीय  रसायन – रसायन विज्ञान की वह शाखा जिसमें पृष्ठ एवं अंतरा पृष्ठ पर होने वाली प्रक्रियाओं का अध्ययन किया जाता है। अंतरा पृष्ठ – दो भौतिक अवस्थाओं को एक दूसरे से पृथक करने वाले इनके Read More …

पृष्ठीय रसायन

पृष्ठीय रसायन पृष्ठीय रसायन – रसायन विज्ञान की वह शाखा जिसमें पृष्ठ एवं अंतरा पृष्ठ पर होने वाली प्रक्रियाओं का अध्ययन किया जाता है। 1.अधिशोषण का कारण व इसकी क्रियाविधि 2.अधिशोषण के प्रकार ,अधिशोषण और अवशोषण में अंतर,अधिशोषण समतापी ,विलयन Read More …

क्रिस्टल क्षेत्र सिद्धांत 

क्रिस्टल क्षेत्र सिद्धांत प्रतिपादनकर्ता – हंस बेथे के द्वारा विकसित   एवं 1930 के दशक में जोन हैस्ब्रुक वैन वेलेक  VBT की कमियों को दूर करने के लिए इन वैज्ञानिकों ने CFT सिद्धांत का प्रतिपादन किया। यह सिद्धांत लिगेंड को अधिक Read More …

उपसहसंयोजन यौगिकों में आबंधन

उपसहसंयोजन यौगिकों में आबंधन संयोजकता बंध सिद्धांत (VBT)  –  प्रतिपादनकर्ता – पोलिंग यह सिद्धांत संकुलो की ज्यामिति तथा उसके चुम्बकीय गुणों की व्याख्या करता है। संक्रमण धातु अपनी ऑक्सीकरण अवस्था के अनुसार इलेक्ट्रॉन त्याग कर धनायन में परिवर्तित हो जाता Read More …

उपसहसंयोजन यौगिक त्रिविम समावयवता

उपसहसंयोजन यौगिक त्रिविम समावयवता उपसहसंयोजन संख्या चार वाले संकुलो में वर्गाकार समतलीय ज्यामिति के संकुल यौगिक ज्यामितीय समावयवता व्यक्त करते है लेकिन चतुष्फलकीय ज्यामिति के संकुल यौगिक ज्यामितीय समावयवता प्रदर्शित नही करते है क्योंकि इसमें चारो स्थितियां एक जैसी होने Read More …